अजमेर शरीफ दरगाह पर चादर चढ़ाने का तरीका और उसका मतलब।
अजमेर शरीफ दरगाह की सबसे अहम रस्मों में से एक है चादर चढ़ाना।
चादर एक कपड़ा होता है जो लोग पूरी अकीदत और इज्जत के साथ हज़रत ख्वाजा गरीब नवाज़ (रह.) की मजार पर चढ़ाते हैं। ये चादर हमारे दिल की दुआओं और मन्नतों को लेकर दरगाह तक पहुंचती है। ऐसा माना जाता है कि चादर चढ़ाने से इंसान को बरकत, रहमत और दुआओं की कबूलियत मिलती है।चादर चढ़ाने का तरीका:
1. जब भी आप दरगाह जाएं या कोई मन्नत पूरी हो, तो एक नई और साफ चादर लेकर जाएं। अक्सर लोग हरी या
गुलाबी रंग की चादर ले जाते हैं।
2. फूलों और अगरबत्ती के साथ चादर को सजा लें।
3. दरगाह में दाखिल होते वक्त चादर को सिर पर रखकर ले जाएं।
4. अंदर जाकर मजार शरीफ के पास अदब से चादर चढ़ाएं।
5. खामोशी से अपने दिल की बातें और दुआएं ख्वाजा साहब की बारगाह में पेश करें।
ये एक बहुत ही रूहानी और दिल से जुड़ा हुआ अमल है। इससे मन को सुकून, दिल को तसल्ली और ज़िंदगी में राहत मिलती है।
ख्वाजा गरीब नवाज़ (रह.) का एक मशहूर फर्मान है:
“जो भी मेरे दर पर आता है, खाली नहीं जाता।”
अगर आप खुद नहीं जा पा रहे हैं, तो अपनी तरफ़ से चादर भेजकर भी चढ़वा सकते हैं। इसके लिए अजमेर शरीफ से जुड़ी सेवा ली जा सकती है।
2. फूलों और अगरबत्ती के साथ चादर को सजा लें।
3. दरगाह में दाखिल होते वक्त चादर को सिर पर रखकर ले जाएं।
4. अंदर जाकर मजार शरीफ के पास अदब से चादर चढ़ाएं।
5. खामोशी से अपने दिल की बातें और दुआएं ख्वाजा साहब की बारगाह में पेश करें।
ये एक बहुत ही रूहानी और दिल से जुड़ा हुआ अमल है। इससे मन को सुकून, दिल को तसल्ली और ज़िंदगी में राहत मिलती है।
ख्वाजा गरीब नवाज़ (रह.) का एक मशहूर फर्मान है:
“जो भी मेरे दर पर आता है, खाली नहीं जाता।”
अगर आप खुद नहीं जा पा रहे हैं, तो अपनी तरफ़ से चादर भेजकर भी चढ़वा सकते हैं। इसके लिए अजमेर शरीफ से जुड़ी सेवा ली जा सकती है।
अजमेर शरीफ दरगाह में चादर चढ़ाने से जुड़े सामान्य सवाल (FAQs)
Q: अजमेर शरीफ में चादर चढ़ाना इतना महत्वपूर्ण क्यों है?A: चादर चढ़ाना एक पवित्र और भक्ति से भरा हुआ अमल है। यह ख्वाजा गरीब नवाज़ (रह.) के प्रति प्यार, इज्जत और अदब का इज़हार होता है। ऐसा माना जाता है कि इससे ख़ास रहमत, दुआओं की कबूलियत और हिफाज़त मिलती है।
Q: अजमेर शरीफ में चादर चढ़ाने का खर्च कितना होता है?
A: यह चादर के साइज और कपड़े पर निर्भर करता है। आमतौर पर चादर की कीमतें इस तरह शुरू होती हैं:
₹786 | ₹2,100 | ₹5,100 | ₹5,000 | ₹7,786 | ₹11,000 | ₹21,000
बड़ी मजार साइज की चादरें (घिलाफपोशी) ₹1,11,000 तक हो सकती हैं।
Q: अगर मैं खुद नहीं जा सकता तो क्या ऑनलाइन चादर चढ़ा सकता हूँ?
A: जी हां! आप [ www.chishtiyasufifoundation.com ] वेबसाइट से ऑनलाइन चादर भेज सकते हैं, जो आपकी तरफ़ से दरगाह शरीफ में पेश की जाएगी। इससे दुनिया के किसी भी कोने से अकीदतमंद इस पाक रस्म में शामिल हो सकते हैं।
Q: चादर चढ़ाने से क्या रूहानी फायदे होते हैं?
A: यह नेक काम कई बरकतें लेकर आता है:
1. रूहानी रहमत और हिफाज़त मिलती है
2. मन्नतों की कुबूलियत में मदद
3. घर में बरकत, सुख-शांति और तरक्की
4. ख्वाजा साहब की रूहानी निगाह और रहमत से जुड़ाव
Q: मैं गद्दीनशीन अजमेर शरीफ दरगाह से कैसे संपर्क कर सकता हूँ?
A: आप [Gaddi Nasheen Ajmer Dargah] से आधिकारिक वेबसाइट के ज़रिए संपर्क कर सकते हैं। वहां से आप दुआ, तबर्रुक, और पर्सनल नमाज-दुआ जैसी रूहानी सेवाएं भी ले सकते हैं।
दरगाह ज़ियारत के लिए आप हमें कॉल कर सकते हैं।
आपका दुआगो,
सय्यदना ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती रहमतुल्लाह अलैह के खादिम
सय्यद अली दुजाना गुरदेज़ी
चीफ गद्दी नशीन, कीहोल्डर अजमेर
संपर्क: +91 9587755853
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