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Showing posts from August, 2025

Urs Mubarak 2025 - 814 Dates

Ajmer Sharif Urs Mubarak 2025 - Khwaja Garib Nawaz Dargah Ajmer Sharif Urs Mubarak 2025 Khwaja Garib Nawaz (R.A.) Dargah Sharif Ajmer Sharif WhatsApp Number: +91 9587755853 Urs Mubarak 2025 Schedule Date Khidmat Sharif & Astana Opening Time First Gusal Time (Approx.) Second Gusal Time Chand Raat (1/2 Jan 2025) 4:00 AM 7:30 PM 12:30 AM 1st Rajab (2/3 Jan 2025) 4:00 AM 7:30 PM 1:00 AM 2nd Rajab (3/4 Jan 2025) 4:00 AM 7:30 PM 1:00 AM 3rd Rajab (4/5 Jan 2025) 4:00 AM 7:30 PM 1:30 AM ...

12 रबीउल अव्वल की मुबारकबाद और ख्वाजा गरीब नवाज़ (र.अ.) की रूहानी विरासत

12 रबीउल अव्वल की मुबारकबाद और ख्वाजा गरीब नवाज़ (र.अ.) की रूहानी विरासत. अस्सलामु अलैकुम! 12 रबीउल अव्वल के इस मुबारक मौके पर, जो हमारे प्यारे नबी हज़रत मुहम्मद ﷺ की पैदाइश का पवित्र महीना है, मैं दिल से आपको और आपके परिवार को ढेर सारी दुआएं, मोहब्बत और अल्लाह की रहमत की शुभकामनाएं देता हूँ। यह मुबारक वक्त हमें रसूलुल्लाह ﷺ की रहमत और हज़रत ख्वाजा गरीब नवाज़ (र.अ.) की रूहानी रोशनी के और करीब लाए। ख्वाजा गरीब नवाज़ (र.अ.) की रूहानी शख्सियत हज़रत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती (र.अ.), जिन्हें मोहब्बत से ख्वाजा गरीब नवाज़ कहा जाता है, हिंदुस्तान में इस्लाम, अमन और भाईचारे का पैगाम फैलाने वाले महान सूफी संत थे। उन्होंने अपनी अद्भुत विनम्रता, रहमत और सेवा भाव से करोड़ों लोगों के दिल जीत लिए — चाहे उनका धर्म, जाति या भाषा कोई भी हो। हमारा खिदमत का सफर एक खिदमतगुज़ार (क़ादिम) होने के नाते, मुझे यह सौभाग्य है कि मैं हज़रत ख्वाजा फखरुद्दीन गुर्देज़ी (र.अ.) के पवित्र खानदान से ताल्लुक रखता हूँ, जो ख्वाजा बाबा के करीबी साथी और रिश्तेदार थे। पिछले 850 सालों से हमारा ...

अजमेर शरीफ में चादर चढ़ाने के लिए संपर्क करें / Ajmer Contact

अजमेर शरीफ दरगाह पर चादर चढ़ाने का तरीका और उसका मतलब । अजमेर शरीफ दरगाह की सबसे अहम रस्मों में से एक है चादर चढ़ाना।   चादर एक कपड़ा होता है जो लोग पूरी अकीदत और इज्जत के साथ   हज़रत ख्वाजा गरीब नवाज़ (रह.) की मजार पर चढ़ाते हैं। ये चादर हमारे दिल की दुआओं और मन्नतों को लेकर दरगाह तक पहुंचती है। ऐसा माना जाता है कि चादर चढ़ाने से इंसान को बरकत, रहमत और दुआओं की कबूलियत मिलती है। चादर चढ़ाने का तरीका: 1. जब भी आप दरगाह जाएं या कोई मन्नत पूरी हो, तो एक नई और साफ चादर लेकर जाएं। अक्सर लोग हरी या      गुलाबी रंग की चादर ले जाते हैं। 2. फूलों और अगरबत्ती के साथ चादर को सजा लें। 3. दरगाह में दाखिल होते वक्त चादर को सिर पर रखकर ले जाएं। 4. अंदर जाकर मजार शरीफ के पास अदब से चादर चढ़ाएं। 5. खामोशी से अपने दिल की बातें और दुआएं ख्वाजा साहब की बारगाह में पेश करें। ये एक बहुत ही रूहानी और दिल से जुड़ा हुआ अमल है। इससे मन को सुकून, दिल को तसल्ली और ज़िंदगी में राहत मिलती है। ख्वाजा गरीब नवाज़ (रह.) का एक मशहूर फर्मान है: “जो भी मेरे दर पर आता है, खाली नहीं जाता।” अगर ...